Sir एजुकेशन सेक्टर पर बात कर, बहुत ही शानदार काम किया है aapne. Thank you sir
सरकारी परीक्षा की तैयारी में कौशल आधारित विषयों को शामिल करना चाहिए, ताकि यदि किसी कारणवश सरकारी नौकरी न मिले, तो उम्मीदवार के पास कोई न कोई उपयोगी कौशल हो, जिससे वह अन्य क्षेत्रों में भी रोजगार प्राप्त कर सके। इससे न केवल आत्मनिर्भरता बढ़ेगी, बल्कि हर युवा के समय और प्रयास का अधिकतम उपयोग भी हो सकेगा।
Dear Ankit ji मैं देश स्वतंत्र होने के वर्ष में ही जन्मा और होश संभालने से अब तक मैंने देश में बहुत कुछ देखा और समझा है। आपने तो इतने साल की नाकामियों और उपलब्धियों को इस वीडियो में समेट कर रख दिया है। सच में, अगर समय रहते ठीक कदम उठाए जाते तो हम चीन से कहीं आगे होते। But it's never too late. यदि हम देशवासी फ़िज़ूल की बातें छोड़ कर (you know what I mean) देश हित की सोचने लगें, तो अभी भी कुछ नहीं बिगड़ा है। इसके लिए चाहे चीन की कॉपी करनी पड़े। आप को बहुत धन्यवाद और आशीषें!
जिस अभ्यासपूर्ण तरिके से आपने ये विषय कॊ स्पष्ट किया, वो काबिले तारीफ है. मुझे ये आपका सबसे बेहतरीन विडिओ लगा..👌🏼👍🏼🙏🏼
राजनीति के भेट चढ़ गया भारत
सर आपके सारे वीडियो देखता हूँ पर आपने आज जो मुद्दा उठाया वह बहुत ही जरूरी था। हमारे देश के नेता बहुत ही बेईमान और भ्रष्ट है एक चुनाव जीतने के बाद पीढ़ियां बैठ कर खाएं इतना कमा लेते हैं ये खुद को उठाने के चक्कर मे देश को गिरा देते हैं और जनता के पास विकल्प भी नहीं है क्योंकि पढ़े लिखे लोग राजनीति मे आ ही नहीं पा रहे इन गवांर नेताओं के चलते।
Sir, I have worked with Chinese people on a large project in Dubai. They are very hard workers, often going beyond their job profile to meet a time limit and complete the task. With less manpower, they complete the task. They have very high willpower, no shame, no boundary, Love money, family-oriented, love food, they are atheists. This all qualities made them TOP of the WORLD
प्रधानमंत्री जी और शिक्षा मंत्रालय को इस वीडियो को जरूर से देखना चाहिए । आपका विश्लेषण हम छात्रों को ज्ञान और समझ से भर देता है । सदैव आपका धन्यवाद अंकित सर् ।। 🙏👌
सर, मैं स्कूल अनुभव कार्यक्रम में जाता हूं। मैंने देखा कि वहां अधिकांश शिक्षक एक दूसरे से बातें करते हैं, लेकिन बच्चों को नहीं पढ़ाते। मैंने देखा कि वहां एक शिक्षक सो रहा था।
इस समय यह बहुत जरुरी और अच्छा विश्लेषण है।
भारत के स्कूलों में तो इतिहास भूगोल राजनीति रटवाते है जो कभी कंपटीशन के अलावा जिंदगी में काम नहीं आती। भारत को मैन्युफैक्चरर हब बनने के लिए जरूरत है बेसिक शिक्षा के बाद जो भी वस्तु हम आयात करते हैं और जिन वस्तुओं को मैन्युफैक्चर कर सकते हैं उन सभी की प्रैक्टिकल शिक्षा स्कूलों में दी जाये जेसे हर डिस्टीक या तहसील लेवल पर अलग-अलग संकाय ओटोमार्बल सेक्टर जैसी कंप्यूटरपार्ट्स मोटरसाइकिल प्लेन फोर व्हीलर जितने भी इलेक्ट्रॉनिक पार्ट्स है, टेक्स्टाइल संकाय, सभी की प्रैक्टिकल शिक्षा दी जाए यह कंपनियों के साथ एम ओ यू कर-कर कंपनियों को 2 साल तक फ्री लेबर उपलब्ध करवाई जाए ट्रेनिंग के बाद मिनिमम सैलरी कंपनी में काम कर सकताहै इससे कंपनियों की लेबर कॉस्ट घट जाएगी
“ India is an open society but close mind. China is a close society but an open mind. ”
1. Primary education and secondary education 2. Skill development and awareness about its usefulness. 3. Focus on manufacturing while continuing to focus on services. 4. Strengthening the banking sector. 5. Promoting MSMEs and increasing their education on facilities given by the government to MSMEs
किसी भी तरह का कानून या नियम बना लो लोग ईमानदार नहीं होंगे तो सभी कुछ बेकार हो जाता है । लोकतंत्र तो अमेरिका जर्मनी , कनाडा, इंग्लैंड ,ऑस्ट्रेलिया जैसे देश में भी है परंतु वह भी तरक्की किया है । असल में हमारे देश में भ्रष्टाचारियों , बेईमानों की संख्या अधिक है ।
ज़ब तक शिक्षा को फ्री नहीं किया जाता तब तक देश आगे नहीं बढ़ सकता है.. पर ऐसा कभी होगा नहीं क्योंकि सारे प्राइवेट स्कूल नेताओं या फिर बिजनेसमैनों की है...
आप के जैसा टीचिंग जोब में रिसर्च में जाने के बदले आसान उपाय पैसा कमाने का अपना लिया
हमारे देश के नेता तो हमेशा चुनाव कैसे जीती जाए, ये प्लान बनाते रहते है तो ये विकाश के बारे में कब सोचेंगे।
❤ Best video of India ghukya
बहुत बहुत धन्यवाद सर जी आपका बहुत ही अच्छा लगा विडियो देखकर कम से कम ये पता चला कि इंडिया और चाइना में इतना फर्क कैसे है बहुत दिनों से इंतजार कर रहे थे आपकी विडियो का❤❤❤
@AnkitInspiresIndia