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#प्रबंधन समिति ने अपील की है कि शिव प्रेमी किले की तरह बने इस मंदिर के दर्शन करने जरूर आएं

महाराष्ट्र में छत्रपति शिवाजी महाराज के पहले मंदिर का लोकार्पण, क्या है इसकी खासियत?
Bhiwandi: महाराष्ट्र में छत्रपति शिवाजी महाराज का मंदिर बनाया गया है. इस मंदिर की खासियत यह है कि शिवाजी के साथ ही उनके सैनिकों पर आधारित कलाकृतियां यहां मौजूद हैं.
महाराष्ट्र में छत्रपति शिवाजी महाराज का पहला मंदिर बनाया गया है. सीएम देवेंद्र फडणवीस ने उसका सोमवार को लोकार्पण किया है. इस अवसर पर पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल पाटील, ए.किसन कठोर और अन्य गणमान्य हस्तियां मौजूद रहीं. यह मंदिर मुंबई के पास भिवंडी में है जिसे एक एकड़ में बनाया गया है. यह 56 फुट ऊंचा मंदिर है. मंदिर का निर्माण कुछ वर्ष पहले शुरू किया गया था.
मंदिर का नाम श्री छत्रपति शिवाजी महाराज मंदिर (शक्तिपीठ) रखा गया है. यह मंदिर भिवंडी रोड पर मराडे पाड़ा में बनाया गया है. इसका अनावरण आज इसलिए किया गया है कि क्योंकि हिंदी तिथि के अनुसार आज छत्रपति शिवाजी महाराज की जयंती है. अनावरण के दौरान साधू-संतों का जमावड़ा रहा जिन्होंने यहां पूजा-पाठ किया.
अरुण योगीराज ने बनाई शिवाजी की भव्य प्रतिमा


मंदिर की ऊंचाई जहां 56 फीट है वहीं इसका द्वारा 26 फीट ऊंचा है. छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्ति अरुण योगीराज ने बनाई है, जिन्होंने अयोध्या में श्रीराम की मूर्ति बनाई थी. भिवंडी में शिवाजी की विशाल मूर्ति बनाई गई है.


इन सैनिकों के जीवन पर आधारित कलाकृतियों के दर्शन


मंदिर की अन्य विशेषता की बात करें तो इसका हॉल 2500 वर्ग फुट का है. मंदिर के चारों ओर 4 बुर्ज बनाए गए हैं. कहा जाता है कि इस शिव मंदिर के माध्यम से शिव प्रेमियों को छत्रपति शिवाजी महाराज की वीरता की गाथा देखने को मिलेगी. अनावरण से पहले यहां तीन दिनों से कार्यक्रम चल रहे थे. शिवाजी के जीवन से लेकर उनके साथ काम करने वाले सैनिकों की जीवनी पर आधारित कलाकृतियां यहां मौजूद हैं.


प्रबंधन समिति ने अपील की है कि शिव प्रेमी किले की तरह बने इस मंदिर के दर्शन करने जरूर आएं. मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने घोषणा की कि इस मंदिर को तत्काल तीर्थ स्थल का दर्जा दिया जाएगा. बता दें कि मंदिर का अनावरण ऐसे वक्त में हुआ है जब महाराष्ट्र में औरंगजेब को लेकर विवाद चल रहा है. जिसे कभी मराठा शासक छत्रपति शिवाजी महाराज ने हराया था.

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